ग्रामीणों ने निर्माण कार्य को रोककर जताया विरोध,3 वर्षों से चल रहा निर्माण कार्य अब तक स्थल पर बोर्ड नहीं।।

अमृत सागर झा,बलुआ बाजार

छातापुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत लक्ष्मीनियां पंचायत स्थित बरमोत्रा वार्ड 01 एवं 02 में मिरचैया धार पर पूल निर्माण के संवेदक और संबंधित विभाग के द्वारा भारी अनियमितता बरती जा रही है। जिसको लेकर रविवार को आसपास के ग्रामीणों ने तत्काल निर्माण कार्य को रोककर विरोध जताया है। इसके अलावे ग्रामीण कार्य विभाग के जेई से गुणवत्ता को जांच करने की मांग किया है।

हालांकि इस पूल निर्माण को लेकर इससे पूर्व भी ग्रामीणों के द्वारा कई बार कार्य में लापरवाही बरतने को लेकर विभाग को शिकायत किया था। लेकिन संबंधित विभाग के द्वारा हमेशा से जांच का आश्वासन देने के बाद भी सिर्फ खानापूर्ति करते नजर आए हैं। जिसपर ग्रामीणों ने भारी नाराजगी जताई है। बहरहाल, मामले में कुछ नहीं होता देख ग्रामीणों अनियमितता को लेकर सुपौल जिलाधिकारी और उप विकास आयुक्त को आवेदन देकर पूल निर्माण में मटेरियल के गुणवत्ता की जांच करने का मांग किया है।

इधर, रविवार को ग्रामीणों के शिकायत पर जब पत्रकारों में स्थल पर पहुंचकर विरोध कर रहे ग्रामीणों से विरोध का कारण पूछा तो उनका कहना था कि पिछले तीन वर्ष से मिरचैया नदी पर पूल का निर्माण हो रहा है। परंतु पिछले 3 वर्षों में कार्यस्थल पर योजना बोर्ड नहीं लगा है। निर्माण कार्य के संवेदक और संबंधित विभाग के मिलीभगत से निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। जिस कारण स्थानीय ग्रामीणों को आपत्ति है। ग्रामीण मो निजाम, मो मुस्तुफा, मो महबुल, मो अब्दुल, मो अब्दुला, मो जनीफ़, मो नसरुल, मो शमशाद आदि ने बताया कि पिछले कई वर्षों से बरमोत्रा वार्ड 01 के लोगों का आवागमन मिरचैया नदी के कारण संपर्क टूटा हुआ था। जिसके कारण बरसात के दिनों में लगभग 3 माह तक पूरा क्षेत्र जलमग्न रहता है। जिस कारण अपने पंचायत तक जाने के लिए 2 किलोमीटर की जगह 20 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय कर पंचायत तक जाना पड़ता है। जिसकी वजह से स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा पूल निर्माण को लेकर लगातार मांग उठाया जा रहा था। इसी को देखते हुए विभाग ने मिरचैया नदी पर पूल निर्माण का कार्य शुरू किया गया। जिससे लोगों को आवागमन में सुविधा मिल सके। लेकिन वर्षों बाद पूल निर्माण कार्य शुरू होने के बाद संवेदक और विभाग के मिलीभगत के कारण निर्माण कार्य का काम जैसे तैसे किया जा रहा है। जहां घटिया सीमेंट और लोकल बालू समेत मिट्टीयुक्त गिट्टी और लोकल सरिया का उपयोग किया जा रहा है।

निर्माण कार्य में घटिया सामग्री के अलावे लोकल बालू का उपयोग करने का लगाया आरोप।

इधर, मिरचैया नदी पर हो रहे पूल निर्माण कार्य का विरोध करते हुए ग्रामीणों ने ये भी आरोप लगाया कि इस निर्माण कार्य में बालू घटने पर बगल के नदी से भी बालू निकालकर उपयोग किया जा रहा है। वहीं पड़ताल के दौरान कार्यस्थल पर न तो मुंशी मौजूद था और न ही संवेदक के द्वारा निर्माण कार्य का देख रेख हो रहा था। इसके बाद ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि शिकायत के बाद भी कार्यस्थल पर ग्रामीण कार्य विभाग के जेई नहीं आते हैं। इस बात से आक्रोशित लोगों ने तत्काल निर्माण कार्य को रोक दिया है। वही ग्रामीणों ने यह भी बताया की अगर ग्रामीणों द्वारा कार्य का गुणवक्ता में कमी देखने पर कार्य रोका जाता है तो संवेदक द्वारा पुलिस को कार्य स्थल पर भेजा जाता है।

इधर इस संदर्भ में जानकारी देते हुए त्रिवेणीगंज ग्रामीण कार्य विभाग जेई अवधेश प्रसाद ने बताया की निर्माण कार्य में गड़बड़ी को लेकर स्थलीय जांच की जाएगी।


इस संदर्भ में ग्रामीण कार्य विभाग के कनीय अभियंता ने बताया कि निर्माण कार्य में अनियमितता को लेकर ग्रामीणों द्वारा शिकायत मिली थी। जिसके बाद स्थलीय जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि जांच के क्रम में गड़बड़ी पाने पर करवाई की जाएगी।

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