
सुपौल पुलिस को मिली सफलता , फरार अपराधी चढ़ा पुलिस के हत्थे l
राघोपुर थाना क्षेत्र में लगभग छह माह पूर्व घटी लूट व हत्या के मामले पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने इस मामले में घटना को अंजाम देने वाले तीन अपराधियों सहित लूट की राशि भी बरामद की है। विगत 22 फरवरी को साढ़े तीन बजे दिन में राघोपुर थाना क्षेत्र के गद्दी चौक से पश्चिम पक्की सड़क पर रेडिएंट कैश मैनेजमेंट सर्विस के कलेक्शन एजेंट त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के पुरनदाहा, वार्ड नं.-13 निवासी अजय यादव से अपराधियों ने 9 लाख 30 हजार लूट लिए और उसे गोली मार दी। घायल अजय को लोगों ने तत्क्षण इलाज के लिए राघोपुर रेफरल अस्पताल लाया जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना का उछ्वेदन करते हुए पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि घटना के उपरांत वीरपुर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रामानंद कुमार कौशल के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। विशेष टीम ने आम सूचना संकलन, वैज्ञानिक अनुसंधान व दिए गये दिशा-निर्देश के आधार पर घटना में संलिप्त अपराधियों की पहचान की तथा गिरफ्तारी के बाबत जिला एवं जिला के बाहर छापेमारी शुरू की।
छापामारी के दौरान विशेष टीम द्वारा सबसे पहले राघोपुर थाना क्षेत्र के मतनाजा, वार्ड नं.-11 निवासी राजकुमार यादव को घटना को अंजाम देने में प्रयुक्त मोबाइल व लूटी हुई 15 हजार राशि के साथ गिरफ्तार किया गया।
तत्पश्चात राजकुमार की निशानदेही पर त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के लतौना गद्दी, वार्ड नं.-6 निवासी आलोक कुमार यादव को लूटी हुई 2 लाख 10 हजार रुपये की राशि एवं मधेपुरा जिले के शंकरपुर थाना के गढ़ा रामपुर, वार्ड नं.-8 निवासी बाबुल कुमार को घटना को अंजाम देने में प्रयुक्त की गई मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तीनों अपराधी ने घटना को अंजाम देने में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है। राजकुमार घटना को अंजाम देने के दौरान लाइनर का काम कर रहा था। उन्होंने बताया कि यह अंतर जिला लूट गिरोह है और इसका नेटवर्क अररिया, सुपौल, मधेपुरा आदि जिलों में फैला हुआ है। बाबुल के खिलाफ मधेपुरा थाना में तथा आलोक के खिलाफ शंकरपुर थाना में भी कांड दर्ज है। अपराधियों को सजा दिलाने के लिए त्वरित विचारण कराया जाएगा। वहीं, घटना के उद्भेदन एवं गिरफ्तारी में शामिल सभी सदस्यों को अलग से पुरस्कृत किया जाएगा।