प्रतापगंज/सुपौल: प्रखंड मुख्यालय की बेटी दिव्या ने बिहार राज्य में किया टॉप , लायी राज्यस्तर पर 7वां स्थान।

राकेश कुमार प्रतापगंज सुपौल

मैट्रिक का रिजल्ट आते ही प्रखंड एक बार पुनः राज्य स्तर पर गौरवान्वित हुआ। मैट्रिक रिजल्ट में प्रखंड क्षेत्र का पब्लिक हाई स्कूल प्रतापगंज की छात्रा दिव्या राज ने जहां 479 अंक लाकर राज्य स्तर पर 7 वां स्थान पाया है वही हाजी नजीबुल्लाह प्लस टू उच्च विद्यालय सुरजापुर का छात्र नीतीश ने 476 अंक प्राप्त कर 10वां स्थान प्राप्त किया है। इसके पूर्व भी इंटर के रिजल्ट में सुरजापुर हाई स्कूल का छात्र जिलास्तर पर प्रथम स्थान पाया था। इस सन्दर्भ में दिव्या राज ने बताया कि अपनी कड़ी मेहनत और बड़ो के आशीर्वाद तथा मां परिणीता कुमारी जो कि पब्लिक हाई स्कूल में गणित की शिक्षिका है उन्ही के मार्ग दर्शन के बदौलत यह मुकाम हासिल की हूँ। दिव्या ने बताया कि वह हमेशा स्कूल के प्रधान डॉ अजय यादव के नेतृत्व में स्कूल में क्लास करने के बाद टीयूशन तथा कोचिंग भी करती थी। वह बताती है कि मैं अपने लक्ष्य को पाने के लिए 14 घण्टे पढ़ाई करती थी।
उसने बताया कि मैं आगे चलकर देश सेवा के लिए यूपीएससी कर आईएएस बना चाहती हूं। ये मेरे जीवन का मुख्य लक्ष्य है। 15 वर्ष पूर्व पिता के निधन के बाद मां ने ही अपने तीनो बच्चों का भरण पोषण कर उच्च शिक्षा का मार्ग प्रशस्त किया था। मां की मेहनत और धैर्य का ही परिणाम है दो भाई वाली एकल बहन दिव्या ने ये करिश्मा कर दिखाया।

★पब्लिक हाई स्कूल के प्रधानाध्यपक अजय कुमार यादव ने बताया कि पब्लिक हाई स्कूल प्रतापगंज का सबसे पुराना स्कूल है। इस स्कूल से न जाने कितने विद्यार्थी डॉ, इंजीनियर व शिक्षक बने है। आज दिव्या ने भी मैट्रिक की परीक्षा में राज्यस्तर पर 7 वां स्थान प्राप्त कर एक बार फिर हमारे स्कूल को गौरवान्वित किया है आज भी हमारे स्कूल में कुल 20 शिक्षक पदस्थापित है।

वही हाजी नजीबुल्लाह प्लस टू उच्च विद्यालय का छात्र नीतीश कुमार ने मैट्रिक परीक्षा में राज्यस्तर पर 10 वां स्थान प्राप्त कर न सिर्फ अपना बल्कि अपने स्कूल और परिवार सहित जिले का नाम रौशन किया है। नीतीश निहायत ही गरीब परिवार का लड़का है उसके पिता सपरिवार के साथ राज्य से बाहर हरियाणा में रहते है। जहां नीतीश के पिता दर्जी का काम करता है। माता रूबी देवी गृहिणी है। नीतीश दो बहनों का इकलौता भाई है। वह बताता है कि मेरे पिता ने गरीबी के बावजूद मुझे इस मुकाम तक पहुंचने में कोई कोर कसर नही छोड़ी। माता का भी पूरा सहयोग मिला है। उसने बताया कि जयनगरा गांव में दादा दादी के साथ रहकर पढ़ाई करता था। उसने बताया कि मेरे प्रधानाध्यपक अशोक भगत तथा और शिक्षक मुनीश सर का मार्ग दर्शन और सहयोग मिला।
उसने बताया कि गरीबी के कारण स्कूल के अलावे अपनी खुद से मेहनत कर इस मुकाम को हासिल किया हूँ। वह बताता है कि वह 12 घण्टा पढ़ाई के लिए मेहनत करता था। आगे की योजना के सम्बंध में बताया कि वह मैं डॉक्टर बनना चाहता हूं।
★हाजी नजीबुल्लाह प्लस टू उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यपक अशोक भगत ने बताया कि नीतीश पढ़ाई में शुरू से ही मेघावी छात्र था। वह गरीब होने के कारण स्कूल के शिक्षकों से हमेशा सम्पर्क में रहकर पढ़ाई से समन्धित बात करता रहता था। श्री भगत ने बताया की स्कूल में सभी प्रकार के संसाधन है परंतु इंग्लिश और संस्कृत के शिक्षक नही होने का कारण बंच्चो को पढ़ाने में परेशानी होती है। वही इंटर में भी इसी साल इसी स्कूल के छात्र सौरभ कुमार ने जिला टॉप कर प्रखंड का नाम रोशन किया है। सौरभ और नीतीश दोनों चचेरे भाई भी है।

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