छातापुर: बारिश के बाद दबाव बढ़ने से टूटने के कगार पर है डायवर्सन, ग्रामीणों ने मरम्मती का किया मांग।

सोनू आलम , भिमपुर , छातापुर, सुपौल

छातापुर/सुपौल: पिछले दिनों से लगातार बारिश के बाद एक बार फिर बाढ़ जैसे स्थिति उत्पन्न हो गई। जहां बारिश के बाद कई सड़क व डायवर्सन ध्वस्त होने के कगार पर है। ताजा मामला छातापुर प्रखंड क्षेत्र के ठूठी पंचायत के वार्ड नंबर 10 का है। जहां भारी बारिश के कारण मेन केनाल 72 आरडी नहर के समीप चैनल में अचानक पानी भरने से डायवर्सन टूटने के कगार पर है।

इसके लिए ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारी को सूचित कर डायवर्सन मरम्मती का कार्य जल्द करने की मांग किया है। यही नहीं प्रत्येक वर्ष डायवर्सन बनाने के बदले उक्त जगह पर वर्षों से ध्वस्त हुए पूल निर्माण का भी मांग किया है। ग्रामीणों का कहना है कि 13 वर्ष पूर्व कुशहा त्रासदी में पूल ध्वस्त हो गया था। लेकिन तब से लेकर अभी तक पुलिया का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है। इसके लिए कई संबंधित अधिकारी व जनप्रतिनिधि को शिकायत भी की गई। लेकिन संबंधित विभाग व जनप्रतिनिधियों के द्वारा क्षतिग्रस्त पुलिया के निर्माण की कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना था कि 25 हजार की घनी आबादी वाले क्षेत्रों में यह एक मात्र पुल है और इसी पुलिया के सहारे प्रत्येक दिन हजारों लोगों की आवाजाही हुआ करता है। लोगों का कहना है कि पूल ध्वस्त होने के बाद हर वर्ष डायवर्सन का निर्माण किया जाता है और हर बार टूट जाता है। जिसके बाद ग्रामीणों ने डायवर्सन के बदले पूल निर्माण करने की मांग किया है।

संबंधित विभाग के आश्वासन के बाद भी पूल का निर्माण नहीं।

ग्रामीण उमानंद गोहितमान, राजेन्द्र मेहता, किशोर मेहता, बलराम मेहता, सियाराम सहनी, सहदेव सहनी, कपली मुखिया, संतोष मंडल, संजय मेहता, भुलचंद मेहता, सीताराम मेहता, सुशील भगत, सहदेव कामत ने बताया कि इससे पूर्व 2008 में पूल ध्वस्त होने के बाद स्थल पर डायवर्सन का निर्माण किया गया था। लेकिन डायवर्सन के नाम पर विभाग की ओर से सिर्फ खानापूर्ति की गई। जिसके बाद पुलिया निर्माण कार्य का आश्वासन दिया गया था। लेकिन अभी तक प्रशासनिक स्तर से कोई पहल नहीं किया गया। हालांकि इससे पहले पूल निर्माण को लेकर जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासनिक अधिकारी तक शिकायत किया गया।

लेकिन आज तक सड़क में पूल का निर्माण नहीं किया है। ग्रामीणों का कहना है कि इस पूल के ध्वस्त होने से करीब 10 हजार लोगों का अवागमन प्रभावित हुआ है। यह सड़क तीन प्रखंड,दो जिले, पांच पंचायत समेत दस गांव को जोड़ती है। जिससे होकर प्रत्येक दिन हजारों लोग अवागमन करते हैं। इसके टूटने से आसपास के ठूठी, बलुआ, चापिन, चैनपुर, अंचरा, तुलसीपट्टी, बिशनपुर, भीमपुर, कुशहर व बथनाहा के हजारों लोगों का अवागमन प्रभावित है। यही कारण है कि प्रखंड मुख्यालय जाने के लिए लोगों को सुरसर अंचरा होते हुए लगभग 10 किलोमीटर ज्यादा की दूरी तय करनी पड़ती है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर पुलिया निर्माण की दिशा में विभाग के द्वारा कोई पहल नहीं कि जाति हैं तो मजबूरन हमलोग सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे जिसकी सारी जिम्मेवारी विभाग की होगी।


इस सन्दर्भ में त्रिवेणीगंज ग्रामीण कार्य विभाग के जेई अवधेश प्रसाद ने बताया कि उक्त जगह पर डायवर्सन का निर्माण नहीं बल्कि पूल का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से आदेश आने के बाद उक्त जगह पर दुबारा पूल निर्माण का कार्य किया जाएगा।

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