
निर्माण के मात्र एक माह बाद जगह-जगह टूटा रोड, ग्रामीणों में मायूसी।।
अमृत सागर झा,बलुआ बाजार
छातापुर में विकास पुरुष के रूप में दावा करने वाले बिहार सरकार के वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री सह छातापुर विधायक नीरज कुमार सिंह के लंबे आश्वासन के बाद विधानसभ क्षेत्र के लक्ष्मीनियाँ पंचायत स्थित शहतूत भवन से लेकर मंडल टोला और ब्राह्मण टोला डोडरा होते हुए एनएच 57 को जोड़ने वाली सड़क मौनसून के पहली बारिश में ही निर्माण कार्य का पोल खोलकर रख दी है।
जहां पहली बारिश में ही सड़क जगह जगह टूटने लगा है और लोगों का आवागमन बाधित होने के कगार पर है। जिस कारण आजादी के बाद पहली बार नसीब हुआ सड़क टूटने से मायूसी छाने लगी है। लोगों की माने तो आजादी के बाद पहली बार सड़क निर्माण होने से काफी खुशी थी। जिसके निर्माण से हजारों लोगों का आवागमन सुलभ हुई थी, लेकिन सड़क का निर्माण कार्य जैसे तैसे करने से अब सड़क टूटने लगी है। यही कारण है कि लोगों के अरमानों पर पानी फिरते नजर आ रहा है। ग्रामीणों की माने तो सड़क की गुणवक्ता इतनी खराब है की अगर कोई मोटरसाइकिल चालक रोड पर गाड़ी खड़ा करता है तो रोड नीचे धस कर टूट जाती है। रोड निर्माण को मात्र एक माह होने पर ही रोड़ जगह- जगह से धसने लगी है।
ज्ञात हो कि इस क्षेत्र में गेंडा धार के कारण वर्षों से सड़क निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ था। जिसके बाद ग्रामीणों के बार बार कहने के बाद स्थानीय मंत्री ने शहतूत भवन से लेकर एनएच 57 तक लगभग 3 किलोमीटर की सड़क करीब 2 करोड़ रुपये की लागत से मुख्यमंत्री ग्रामीण संपर्क योजना के तहत निर्माण कार्य दो वर्ष पूर्व फीता काटकर शुभारंभ किया था। जिसके बाद क्षेत्र के हजारों लोगों में खुशी की कहर दौड़ गई थी।हालांकि सड़क निर्माण कार्य को संवेदक द्वारा समय से पूरा भी किया गया। जिसमें पांच वर्षों तक सड़क का मेंटेनेंस कार्य भी करना है। लेकिन सड़क निर्माण कार्य के बाद ही ध्वस्त होने लगी है। लेकिन अभी तक संबंधित संवेदक द्वारा सड़क मरम्मती कार्य नहीं करने से सड़क जर्जरता के कगार पर खड़ी है।
मंडल टोला के समीप 100 मीटर तक सड़क निर्माण कार्य बाधित।
इधर, इस निर्माण कार्य में मंडल टोला के समीप करीब 100 मीटर सड़क निर्माण कार्य को छोड़कर अन्य जगहों पर भरपाई कर दिया गया है। जिसकी वजह से उक्त स्थान पर सड़क गढ्ढे में तब्दील हो गई है। जहां दो पहिया या चार पहिया तो दूर पैदल जाना भी मुश्किल हो रहा है। जिससे ग्रामीणों का आवागमन पूरी तरह से बाधित है।जिसके संबंध में संवेदक का कहना था कि उक्त स्थान पर जमींदार के द्वारा सड़क निर्माण कार्य को रोक दिया गया था। जिस कारण 100 मीटर तक निर्माण कार्य नहीं किया गया है। जबकि आजादी के समय उक्त जगह पर सड़क निर्माण कार्य किया गया था। इसके बावजूद जमींदार उक्त स्थान पर सड़क निर्माण कार्य पूरा नहीं होने दिया। हालांकि उसके संबंध में ग्रामीणों द्वारा मौखिक रूप से शिकायत भी किया गया। लेकिन संवेदक इसपर किसी प्रकार का दिलचस्पी नहीं दिखाया। जबकि नियमों के अनुसार उक्त स्थान पर बाधित सड़क को संवेदक द्वारा निर्माण कराया जा सकता था।
निर्माण कार्य प्रोसेस में हैं और कॉन्ट्रक्टर को भेजकर दिखाया जाएगा।
इस संदर्भ में ग्रामीण कार्य विभाग के जेई ने बताया कि अभी उस सड़क का निर्माण कार्य प्रोसेस में हैं। जिसके कारण मेंटेनेंस का कार्य नही हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि सड़क निरक्षण के लिए कांट्रेक्टर को भेजा जाएगा। जिसके बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी। वहीं मंडल टोला के समीप बाधित सड़क के संबंध में उनका कहना था कि जमींदार के द्वारा निजी जमीन बताकर रोक लगाने के कारण सड़क निर्माण नहीं किया गया था। उनका कहना है कि अगर जमींदार को आपत्ति नहीं है और सड़क निर्माण करना है तो विभाग में लिखकर देने पर उक्त स्थान पर सड़क निर्माण कार्य कराया दिया जाएगा।