खाद की किल्लत से किसान हो रहे परेशान, किसान सड़क पर उतरकर जल्द उपलब्ध कराने का कर रहे मांग।

सोनू आलम के साथ अमृत सागर, बलुआ बाजार

देश भर में जहां किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं और इसका कोई हल निकलता नहीं दिख रहा है तो दूसरी तरफ किसान गेहूं की बुआई शुरू होते ही खाद की किल्लत से परेशान हैं। जिले समेत कई प्रखंडों में खाद की किल्लत है। जहां किसान दिनभर दुकानों के चक्कर लगाने के बाद भी खाद नहीं मिल पा रही है, जिसके बाद किसान कई जगहों पर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। ताजा मामला छातापुर प्रखंड क्षेत्र के ठूठी पंचायत स्थित चैनपुर की है। जहां खाद की किल्लत से परेशान किसानों ने एसएच 91 पर इकठ्ठा होकर खाद को लेकर प्रदर्शन किया और संबंधित विभाग से जल्द किसानों को खाद उपलब्ध कराने की मांग किया है।

इधर, चन्द्र शेखर साह, ब्रह्मदेव साह, मोहन यादव, परमानन्द यादव, राम खेलावन साह, रंजित साह, उपेंद्र यादव, रमेश साह, दिलीप कुमार पासवान, ललन कुमार साह, गंगा लाल साह, विजय कुमार साह, नित्यानंद साह समेत अन्य किसानों ने मांग की है कि प्रशासन को किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध करवाई जाए। ताकि किसान समय पर गेहूं की बुआई का कार्य पूरा कर सकें। किसानों का कहना है कि खाद की कमी के कारण किसानों की परेेशानी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद न मिलने के कारण वह गेहूं की बुआई नहीं कर पा रहे हैं। उनका कहना है कि कुछ जगहों पर खाद मिलता भी है तो उन्हें खाद बदले मोटी रकम चुकानी पड़ती है। जिसके कारण उन्हें मजबूरी में महंगे दामों पर खाद खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। क्योंकि जितनी खाद प्रशासन की ओर से मुहैया करवाई जा रही है, उतने से बुआई करना किसी भी हालत में किसानों के लिए संभव नहीं है। यही नहीं महंगाई के इस दौर में सबसे बड़ी दिक्कत छोटे किसानों को आ रही है। जहां छोटे किसानों को खेती करने में बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार साधन उपलब्ध नहीं हो पाते जिस कारण उन्हें बड़ी समस्याओं से गुजरना पड़ता है।

कई दुकानों में ऊंचे दामों पर दिया जा रहा खाद।
इधर, खाद की किल्लत से परेशान किसानों ने बताया कि खाद की कमी से हम सभी किसान परेशान हैं। लेकिन इस बीच कई जगहों पर दुकानदार खाद के बदले किसानों से उचित दामों के बजाय ऊंचे दामों में बेच रहे हैं। बताया कि कई जगह दुकानदार एक बोरी के एवज में 1500 रुपया तक ले लेते हैं। यहां तक कि परेशान किसान ऊंचे दामों पर भी खाद लेने के लिए तैयार हो जाते हैं। लेकिन इसके बावजूद किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है।

एक हफ्ते के अंदर खाद किसानों को खाद मिलने लगेगी।
इधर, खाद की कमी को लेकर जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि अभी हमलोगों के पास डीएपी खादों की दिक्कत हो रही है। उन्होंने बताया कि एनसीके का रैक लग रहा है और पर्याय मात्रा में मिल रहा है। जैसे ही हमलोगों के पास एनसीके का रैक आ जायेगा खाद की समस्या खत्म हो जायेगी। उन्होंने बताया कि एनसीके का रैक लौड हो चुका है। उसके पहुंचते ही खाद की समस्या खत्म हो जाएगी। उन्होंने बताया कि के सप्ताह के अंदर किसानों को खाद समय से मिलने लगेगा।
समीर कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, सुपौल।

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