
‘बीज बुवाई से फसल कटाई’ प्रोजेक्ट के तहत चम्बल फ़र्टिलाइज़र कम्पनी ने किसानों को कराया प्रशिक्षण कार्यक्रम
रिपोर्ट:- विकास आनन्द, कैम्प आजमगढ़(यू पी)
भारत देश की अग्रणी उर्वरक निर्माता व विपणनकर्ता कम्पनी चम्बल फर्टिलाइजर एंड केमिकल लिमिटेड द्वारा खरीफ फसल में किसानों को नई तकनीक से खेती , खरपतवार नियंत्रण और विभिन्न कीट व्याधियों और विभिन्न रोगों से निदान हेतु आजमगढ़ जिले के चंदेसर प्रखंड के तेवखर में सैकड़ो किसानों को कृषि विशेषज्ञों के द्वारा कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। आयोजित कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि संबंधी नई तकनीक, संतुलित खाद का प्रयोग और कृषि कार्य में आने वाले विभिन्न समस्याओं पर चर्चा उनके निदान के बारे में किसानों को बताया गया।
चम्बल कम्पनी के एरिया मार्केटिंग मैनेजर पंकज कुमार ने बताया कि चम्बल फ़र्टिलाइज़र कंपनी के दूरगामी योजना ‘बीज बुवाई से फसल कटाई’ प्रोजेक्ट के तहत यह प्रशिक्षण कार्यक्रम की गई है, जो कि माननीय प्रधानमंत्री की दूरगामी सोच किसानों की आय दोगुनी करने की ओर है।
भारत की अग्रणी उर्वरक निर्माता और विपणनकर्ता कम्पनी चम्बल फटीलीज़र्स एंड केमिकल्स लिमिटेड इस कार्यक्रम के तहत खरीफ में धान फसल में किसानों को नई तकनिकी से खरपतवार नियंत्रण और विभिन्न कीट व्याधियों और विभिन्न रोगों से निदान हेतु किये गए प्रयासों, जागरूकता अभियान और विभिन्न प्रत्यक्षणो के बारे में विस्तृत जानकारी देने हेतु टोल फ्री हेल्प लाइन नंबर के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया की चम्बल फ़र्टिलाइज़र कम्पनी की यह योजना माननीय प्रधानमंत्री की दूरगामी सोच किसानों की आय दोगुनी करने के दिशा में एक जागरूक प्रयास है। इस कार्यक्रम में चंबल फर्टिलाइजर एंड केमिकल लिमिटेड के डिप्टी मैनेजर जावेद खान ने चंबल कंपनी के उत्पादों एवम उर्वरकों की पूरी श्रृंखला की विस्तृत जानकारी दी।
इस कार्यक्रम में केवीके आजमगढ़ के कृषि वैज्ञानिक विजय कुमार विमल जी ने धान के फसल में लगने वाली बीमारियों कीटो एवम अन्य समस्याओं का समाधान बताया।
इस कार्यक्रम में यूकेएस ऋषभ सिंह, चंबल फर्टिलाइजर के अधिकृत डीलर मेसर्स मिश्रा खाद भण्डार के प्रोपराइटर मनोज कुमार मिश्रा , लक्ष्मी खाद भंडार के विश्ववेशर जी एवं आसपास के सम्मानित प्रगतिशील किसान मूलचंद यादव,सुरेश यादव,राजेश यादव, अशोक यादव दिनेश यादव , नार्शिंग यादव एवं सैकड़ो किसान अपने अपने समस्याओं के साथ शामिल हुए और खुद को लाभान्वित महसूस किए। चम्बल कम्पनी के इस प्रयास को क्षेत्र के किसानों एवं जनप्रतिनिधियों ने खूब सराहा।