विद्यालय परिसर में जलजमाव के कारण बच्चों के पठन पाठन हो रही प्रभावित, बीमारी का खतरा।

अमृत सागर झा,बलुआ बाजार

छातापुर प्रखंड क्षेत्र के भीमपुर स्थित मध्य विद्यालय परिसर में पिछले एक माह से बारिश का पानी लगा हुआ है। जिस कारण बच्चों के पठन पठान तो प्रभावित हो ही रही है, वहीं इस विद्यालय में जलजमाव के कारण बच्चों की उपस्थिति पर भी असर पड़ा है। पिछले कई दिनों से लगातार बारिश होने के बाद परिसर में पानी कम होने की बजाय इसमे दिन प्रतिदिन इजाफा होता जा रहा है। अब तो पानी के जलजमाव से जंगली घास में वृद्धि होने लगी है। जिसके कारण विद्यालय जंगलों में तब्दील होता नजर आ रहा है। यही नहीं आसपास के दुकानदारों के कचड़ा जमा करने के कारण विद्यालय में गंदगी का भी अंबार लगा है। इससे संक्रामक बीमारी का भय बना रहता है। ऐसे में छात्रों और अध्यापकों के लिए यह विद्यालाय परेशानी का सबब बना रहता है।

यह समस्या विद्यालय परिसर से पानी निकासी न होने की वजह से बनी रहती है। गंदा पानी सड़ने पर बच्चों का कक्षा में बैठकर तक मुहाल हो जाता है। यही नहीं विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को प्यास बुझाने के लिए शुद्ध पानी तक नसीब नहीं होता। जलनिकासी का इंतजाम न होने के कारण हर वर्ष छात्रों ही नहीं अध्यापकों को भी इस समस्या से दो-चार होना पड़ता है। यही नहीं मामूली बारिश होने पर भी उत्पन्न होने वाली इस समस्या से छात्रों को परेशानी होती है। उन्हें गंदे पानी के बीच से कक्षा में आना-जाना पड़ता है। इस दुर्दशा के कारण बच्चों को पेयजल की समस्या भी झेलनी पड़ती है। परिसर में लगे हैंडपंप से पीने लायक पानी नहीं आता। इससे बच्चों को मजबूरन दूषित पानी का सेवन करना पड़ता है। कई दिन लगातार बारिश होने पर परिसर में झील जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इतना ही नहीं कई छात्र-छात्राएं विद्यालय कंपाउंड में पानी भरा रहने के कारण बैरंग वापस चले जाते हैं। विद्यालय परिसर में कूड़ा कचरा अगल-बगल के लोगों के द्वारा फेंका जाता है। विद्यालय परिसर नरक में तब्दील हो गया है। वहीं चाहरदीवारी नहीं रहने के कारण स्कूल के जगह को लोग अतिक्रमण करते जा रहे हैं। गेट एवं चाहरदीवारी नहीं रहने से शैक्षणिक माहौल पर भी बुरा असर पड़ रहा है। आवारा पशु विचरण करते रहते हैं।

संबंधित समस्या को लेकर विभाग को अवगत करा दिया गया है।
इधर, इस समस्या को लेकर पूछने पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक वीणा कुमारी ने बताया कि संबंधित समस्या को लेकर विभाग को कई बार सूचित कर चुके हैं। वहीं विद्यालय में चाहरदीवारी के संबंध में भी जानकारी दी गई है। जिसपर विभाग की ओर से कहा गया है कि रिपोर्ट भेजा जा चुका है। जल्द ही चाहरदीवारी का कार्य शुरू किया जाएगा।

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