यूरिया के लिए लगी लम्बी कतार, राघोपुर प्रखण्ड में सिर्फ चार दुकानों में उपलब्ध हैं यूरिया खाद।

विकास आनन्द, सुपौल

खरीफ फसल में कोशी क्षेत्र के सबसे बढ़िया धान खेती सुपौल जिले में होती हैं। जिले के मध्य में बसे राघोपुर प्रखण्ड में किसानों ने जोरों शोर से धान खेती किया है। विपरीत मौसम के बावजूद भी किसानों ने हौसला कम नही किया है नतीजन धान की फसल भी अच्छी दिख रही हैं। धान की खेती में उर्वरक प्रबंधन में यूरिया खाद का महत्व सबसे ज्यादे है क्योंकि धान बुवाई से लेकर तीन बार पटवन करने ने कुल चार बार यूरिया का उपयोग किया जाता है।

या यूं कहा जाए कि बिना यूरिया के धान के फसल से उत्पादन लेना सम्भव नहीं है। प्रखण्ड राघोपुर के विभिन्न क्षेत्रों में करीब साठ अनुज्ञप्तिधारी उर्वरक विक्रेता है,एक बिस्कोमान केन्द्र है और एक उर्वरक थोक बिक्रेता है। ज्ञात हो कि पिछले दिनों विभागीय पेंच में फंसकर स्थानीय थोक बिक्रेता के अनुज्ञप्ति को निलम्बित कर दिया गया है। महज कुछ दिनों में ही नतीजा दिखना शुरू हो गया है। फिलहाल प्रखण्ड क्षेत्र के साठ अनुज्ञप्तिधारी उर्वरक विक्रेता में से महज चार बिक्रेता के पास यूरिया की सीमित मात्रा उपलब्ध हैं और शेष बिक्रेताओ को अपने खेत मे डालने के लिए भी यूरिया नही है। प्रखण्ड मुख्यालय से करीब बीस किलोमीटर की दूरी पर से आए चंपानगर गावँ के किसान संजीत कुमार ने बताया कि पहले नजदीक में हुलास या मख्तब चौक पर आसानी से यूरिया मिल जाया करता था।

लेकिन सुबह घर से निकलने के बाद हुलास, मख्तब चौक, राधानगर, गद्दी चौक, राघोपुर सहित सिमराही के कई खाद दुकानों में यूरिया नही मिला तब सिमराही मेन चौक पर यूरिया लेने के लिए लम्बी लाइन में लगने के बाद बड़ी मुश्किल से दोपहर को यूरिया मिल पाया है। सिमराही बाजार में यूरिया फिलहाल सिर्फ मेसर्स मुस्कान ट्रेडिंग,रणधीर महतो के दुकान में उपलब्ध हैं जो कि महज ही कुछ घंटो में समाप्त होता दिख रहा है। राघोपुर प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार ने बताया कि जल्द ही इफको यूरिया की रेक लग जाएगी तब बिस्कोमान केन्द्र पर भी यूरिया मिलना शुरू हो जाएगा।

गनपतगंज धरहरा के उर्वरक बिक्रेता राजू चौधरी,पवन चौधरी करजाइन के उर्वरक बिक्रेता रामकुमार गुरमैता, बैरदह के उर्वरक बिक्रेता शारदा शरण सिंह सहित अन्य बिक्रेताओ ने बताया कि स्थानीय थोक बिक्रेता पर हुई करवाई के कारण प्रखण्ड के सभी उर्वरक बिक्रेताओ को यूरिया की आपूर्ति नहीं हो रही है,नतीजन किसानों को यूरिया के लिए परेशान होना पड़ रहा है।

Spread the love